Hausale Ki Oonchi Udaan by Surendra Mohan
‘हौसले की ऊँची उड़ान’ सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने की गौरवगाथा भर नहीं है, यह सलाम है उस जीवटता को, जो मनुष्य को सृष्टि का सर्वश्रेष्ठ जीव बनाती है। ‘हौसले की ऊँची उड़ान’ वह दृढ़ता है, जो मनुष्य को असाध्य चुनौती को साधने की प्रेरणा और हिम्मत देती है। ‘हौसले की ऊँची उड़ान’ साहित्य से भी पहले एक भोगा हुआ यथार्थ है। इसमें प्रेम भी है और तड़प भी। संघर्ष भी है तो रस भी, कुटिलता भी है तो जिजीविषा भी, कमल और गुलाब है तो कीचड़ भी। इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष का महिमामंडन नहीं है, उद्देश्य है युवाओं को कर्तव्यपथ पर पूरी लगन के साथ चलने के लिए प्रेरित करना। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद यदि एक युवा भी अपने धुँधले पड़ गए लक्ष्य की ओर चलने के लिए प्रेरित होता है तो पुस्तक का लेखन और प्रकाशन सफल होगा।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारियों, परीक्षा व उसके बाद की पूरी प्रक्रिया की सजीव कहानी जो हर अभ्यर्थी को लगभग अपनी लगेगी क्योंकि सबसे संघर्ष, परिश्रम, सपने और भविष्य एक से होते हैं। सफलता के लिए आवश्यक सूत्रों को भी रेखांकित करता अत्यंत पठनीय उपन्यास।
Publication Language |
Hindi |
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Publication Type |
eBooks |
Publication License Type |
Premium |
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