You must be logged in to post a review.
Jeevan Ek, Rang Anek by Ram Prasad Mishra
जीवन एक, रंग अनेक ‘ पुस्तक में महापुरुषों के जीवनों के अनेक प्रेरक और रोचक रूपों के दर्शनों से मानव की मूल एकता उजागर होती है । मानव मूलत: एक है, किंतु कोई दो मानव एकदम एक नहीं होते । प्रतिभा तथा अध्यवसाय, वंश अथवा प्रभाव इत्यादि के कारणों से कोई बहुत ऊपर उठ जाता है, कोई कुछ नहीं कर पाता । किंतु ऊपर उठा हो या नीचे दबा, मूलत: होता मानव ही है । दूसरा बिंदु है रोचकता । प्रेरणा और ज्ञानवर्द्धन के साथ अच्छा मनोरंजन भी विद्यमान है । नेताओं, वक्ताओं, प्राध्यापकों, छात्रों एवं सर्वसामान्य हेतु लिखी गई यह प्रेरक और रोचक पुस्तक पठनीय तो है ही, संग्रहणीय भी है । उपहारस्वरूप भेंट करने के लिए यह पुस्तक सर्वोत्तम होगी ।
Publication Language |
Hindi |
---|---|
Publication Type |
eBooks |
Publication License Type |
Premium |
Kindly Register and Login to Tumakuru Digital Library. Only Registered Users can Access the Content of Tumakuru Digital Library.
Reviews
There are no reviews yet.