Sankalp Ki Sanjeevani Lekar by Anand Aadeesh

इस संसार में कोई जीवन ऐसा नहीं, जहाँ सिर्फ पाना ही पाना हो, खोना हो ही नहीं। कुछ खो जाए तो तकलीफ तो बेशक होती है, पर हम हारें नहीं, यही संदेश ये कविताएँ प्रवाहित कर रही हैं। साथ ही बता रही हैं कि प्रेम का बल ही, प्रेम यानी पवित्रता का बल ही हमें पराजयबोध से दूर रखकर जीवन से जोड़े रख सकता है।
—सूर्यकान्त बाली

Publication Language

Hindi

Publication Type

eBooks

Publication License Type

Premium

Kindly Register and Login to Tumakuru Digital Library. Only Registered Users can Access the Content of Tumakuru Digital Library.

Reviews (0)

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Sankalp Ki Sanjeevani Lekar by Anand Aadeesh”